मेरा परिचय
धनेन्द्र मिश्र /धनेन्द्र प्रवाही
जन्म- 3 जनवरी 19 4 4 को रांची जिला के तत्कालीन मांडर अब चान्हो थाना अंतर्गत ग्राम चोरेया में।
माता-पिता - स्व . सावित्री देवी एवं स्व . भवानी शंकर मिश्र
शिक्षा - प्रारंभिक शिक्षा -गाँव में /रातू एवं daltonganj में
B.A. English, GLA Colllege Daltonganj, Palamau
M.A. English, Ignou
लेखन- नागपुरी एवं हिंदी साहित्य के क्षेत्र में झारखंडी रचनाकार धनेन्द्र प्रवाही एक सुपरिचित नाम है।स्वास्थ्य विभाग से अवकाश प्राप्त प्रवाही का अपनी मातृभाषा नागपुरी , जो झारखंड की देशज भाषा है , से विशेष अनुराग है और अपने लेखन से आपने सभी विधाओं में नागपुरी साहित्य को समृद्ध किया है। नागपुरी एवं हिंदी दोनों ही भाषाओं में क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर की पत्र -पत्रिकाओं में आपकी कहानी,कविता,साक्षात्कार एवं आलेख प्रकाशित हैं। आपने देसी-विदेशी कालजयी रचनाओं और कृतियों का अनुवाद नागपुरी में एक मौलिक सृजनधर्मी की तरह किया है। नागपुरी साहित्य की अभिवृद्धि के लिए अब तक आप कई सम्मानों से अलंकृत किये जा चुके हैं जिनमे झारखंड रत्न उल्लेखनीय है।
नागपुरी में अब तक आपके चार कविता संग्रह प्रकाशित हैं-
छन दू छन
लोर
अगम बेस
सामपियारी
शीघ्र प्रकाश्य पुस्तकें हैं-
पाती
कैमरा और कुछ लैंडस्केप
आबा
लघुकथा संग्रह
संपर्क - ग्राम +पत्रालय -चोरेया , रांची -835214
Telephone- 0651-2278007, 9304407017
E-mail- dhanendraprawahi@gmail.com
Facebook -Dhanedndra prawahi
Blog- कुछ क्षण सृजन के
गद्यकोश पर मेरी रचनाएँ-गद्यकोश/धनेंद्र प्रवाही
धनेन्द्र मिश्र /धनेन्द्र प्रवाही
जन्म- 3 जनवरी 19 4 4 को रांची जिला के तत्कालीन मांडर अब चान्हो थाना अंतर्गत ग्राम चोरेया में।
माता-पिता - स्व . सावित्री देवी एवं स्व . भवानी शंकर मिश्र
शिक्षा - प्रारंभिक शिक्षा -गाँव में /रातू एवं daltonganj में
B.A. English, GLA Colllege Daltonganj, Palamau
M.A. English, Ignou
लेखन- नागपुरी एवं हिंदी साहित्य के क्षेत्र में झारखंडी रचनाकार धनेन्द्र प्रवाही एक सुपरिचित नाम है।स्वास्थ्य विभाग से अवकाश प्राप्त प्रवाही का अपनी मातृभाषा नागपुरी , जो झारखंड की देशज भाषा है , से विशेष अनुराग है और अपने लेखन से आपने सभी विधाओं में नागपुरी साहित्य को समृद्ध किया है। नागपुरी एवं हिंदी दोनों ही भाषाओं में क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर की पत्र -पत्रिकाओं में आपकी कहानी,कविता,साक्षात्कार एवं आलेख प्रकाशित हैं। आपने देसी-विदेशी कालजयी रचनाओं और कृतियों का अनुवाद नागपुरी में एक मौलिक सृजनधर्मी की तरह किया है। नागपुरी साहित्य की अभिवृद्धि के लिए अब तक आप कई सम्मानों से अलंकृत किये जा चुके हैं जिनमे झारखंड रत्न उल्लेखनीय है।
नागपुरी में अब तक आपके चार कविता संग्रह प्रकाशित हैं-
छन दू छन
लोर
अगम बेस
सामपियारी
शीघ्र प्रकाश्य पुस्तकें हैं-
पाती
कैमरा और कुछ लैंडस्केप
आबा
लघुकथा संग्रह
संपर्क - ग्राम +पत्रालय -चोरेया , रांची -835214
Telephone- 0651-2278007, 9304407017
E-mail- dhanendraprawahi@gmail.com
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गद्यकोश पर मेरी रचनाएँ-गद्यकोश/धनेंद्र प्रवाही
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